मित्र स्वर्गीय विषभ भरद्वाज के घर मुज्जफरपुर गया तथा माता जी को यह विश्वास दिलाया कि पुत्र की कमी तो पूरा नही कर सकता हूँ परन्तु आपके एक पुत्र के रूप में हमेशा रहूँगा। Read more
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